स्वयं सेवी संस्थान के पंजीयन (रजिस्ट्रेशन) के प्रकार व प्रक्रियाएं
स्वयंसेवी संस्थाओं का रजिस्ट्रेशन – NGO Registration
NGO Registration Methods (संस्था रजिस्ट्रेशन की प्रक्रियाएं)
संस्था रजिस्ट्रेशन की विभिन्न प्रक्रियाएं : Trust, Society and Non profit Company
स्वयं सेवी संस्थान का रजिस्ट्रेशन कई प्रकार से हो सकता है. भारत के अधिकांश राज्यों और केंद्र स्तर पर स्वयं सेवी संस्थान (NGO) को ट्रस्ट, सोसायटी और नॉन प्रॉफिट कंपनी के रूप में पंजीकृत किया जा सकता है. रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया कोई भी हो ट्रस्ट, सोसायटी और नॉन प्रॉफिट कंपनी एक गैर लाभकारी स्वयं सेवी संस्थान अर्थात एनजीओ (NGO) ही होते है. उन्हें अनुदान मिलने या किसी और प्रकार में कोई अंतर नहीं रहता उनमें प्रमुख अंतर उनके प्रबंधन और संचालन का रहता है.
ट्रस्ट, सोसायटी और नॉन प्रॉफिट कंपनी, सोसायटी और ट्रस्ट में अंतर
- ट्रस्ट, सोसायटी और नॉन प्रॉफिट कम्पनी (Trust, Society and Non profit Company)
- इंडियन कम्पनीज एक्ट 2013 की धारा 8 के तहत नॉन प्रॉफिट कम्पनी
- को-ओपरेटिव सोसायटीज का रजिस्ट्रेशन
- इण्डियन ट्रस्ट एक्ट 1882
- ट्रस्ट, सोसायटी और नॉन प्रॉफिट कम्पनी
- संस्था रजिस्टर क्यों करवाएं (Why to register NGO)
> सोसायटी कैसे रजिस्टर करवाएं: संस्था को सोसायटीज एक्ट के तहत कैसे रजिस्टर करवाएं.
> ट्रस्ट कैसे रजिस्टर करवाएं: इंडियन ट्रस्ट एक्ट के तहत संस्था कैसे रजिस्टर करवाएं.स्वयंसेवी संस्था NGO रजिस्ट्रेशन, ट्रस्ट रजिस्ट्रेशन, सोसायटी रजिस्ट्रेशन के बारे में और ज्यादा जानना चाहते हैं तो NGO Consultancy से सम्पर्क करें
संस्था रजिस्टर करवाने के लिए सम्पर्क करें : संस्था रजिस्टर करवाएं NGO Registration
Can any Government Employee or Officer be the member of NGO?
हाँ, सरकारी कर्मचारी या अधिकारी गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के सदस्य या संस्थापक हो सकते है. लेकिन वे एक वैतनिक कर्मचारी के रूप में नहीं रह सकते. बिना लाभ के किसी भी समाज सेवा के कार्य को कर सकते है.
हमारा मर्ह्दर्शन और सहयोग संस्था का रजिस्ट्रेशन करवाने और संस्था के रजिस्टर्ड हो जाने के बाद संस्था संचालन, प्रबंधन, प्रोजेक्ट डिजाईन, फंड जुटाने, डोक्यूमेंटेशन करवाने, 12 ए-80 जी रजिस्ट्रेशन करवाने से लेकर FCRA मार्गदर्शन व संस्था संबंधित लगभग सभी कार्यों में रहता है.सामाजिक सेवा क्षेत्र में कार्य करने हेतु स्वयं सेवी संस्था (NGO) रजिस्ट्रेशन करवाना एक प्रारंभिक कदम है. संस्था रजिस्ट्रेशन के बाद संस्था लगातार सक्रिय रहकर अपने कार्य उद्देश्यों को किस तरह से पूरा करे यह संस्था संचालकों के लिए एक मुख्य जरूरी मुद्दा है. हम वास्तव में समाज सेवा करने वाली संस्था संचालकों को संस्था के सेटअप में, संचालन में, प्रबंधन में पूरा सहयोग-मार्गदर्शन करते है. हम ऐसे लोगों का कतई किसी भी तरह से सहयोग नहीं करते हैं जिन्होने निजी लाभ व धन कमाने के उद्देश्य से संस्था बनाई है. स्वयंसेवी संस्था समाज-सभ्यता के कल्याण और विकास के लिए बनाई जाती है. स्वयंसेवी संस्था का एकमात्र उद्देश्य ही जरुरतमंद की मदद करना और विश्व कल्याण की दिशा में हमेशा कार्य करते रहना है.
संस्थानों को निजी, सरकारी व प्राइवेट या विदेशी अनुदान व सहायता मिलती रहे इसके लिए यह आवश्यक है कि संस्थान सतत सक्रिय रह कर समाज के सकारात्मक परिवर्तन के लिए कार्य करती रहे. अनुदान के लिए यह जरूरी है कि संस्था यह साबित करे कि वह बेहतर कार्य कर रही है और कार्य विस्तार के लिए उसे वास्तव में अनुदान चाहिए.
क्या आप ये जानना चाहते हैं कि आपको किस तरह की स्वयंसेवी संस्था (NGO) रजिस्टर करवाना चाहिए? ट्रस्ट, सोसायटी या कंपनी ? किसका रजिस्ट्रेशन आपके लिए बेहतर रहेगा ? स्वयंसेवी संस्था और किस प्रकार की स्वयं सेवी संस्था (NGO) आपको रजिस्टर करवानी चाहिए यह जानने के लिए आप इसे पढि़येगा:
स्वयंसेवी संस्था क्या है ? What is NGO?
How to Start NGO, How to Form NGO, How to Register NGO, How to Run NGO
आप परामर्श ले सकते हैं – एनजीओ सलाहकार सेवा NGO Consultancy
विस्तृत जानकारी के लिए स्वयं सेवी संस्था रजिस्टर करें Register NGO.